चूहे की तरह बिल में दुबक गए हाफिज सईद और मसूद अजहर

जनता जनार्दन संवाददाता , Apr 25, 2025, 10:38 am IST
Keywords: लश्कर-ए-तैयबा    प्रमुख हाफिज सईद    जैश-ए-मोहम्मद सरगना   मसूद अजहर   Lashkar E taiba  
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चूहे की तरह बिल में दुबक गए हाफिज सईद और मसूद अजहर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जहां भारत ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की घोषणा की है, वहीं पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंक के आका खौफ के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने अज्ञात स्थानों पर छिपा दिया है.

हाफिज सईद को एबटाबाद में ISI के सेफ हाउस में रखा गया

भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, ISI ने हाफिज सईद को एबटाबाद स्थित अपने एक सैन्य सेफ हाउस में रखा है. यही एबटाबाद वह जगह है जहां एक समय अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन भी छिपा बैठा था और 2011 में अमेरिकी कार्रवाई में मारा गया था. अब इसी इलाके में हाफिज सईद को छिपाया गया है ताकि भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई से उसे बचाया जा सके.

बताया गया है कि हाफिज सईद का 27 अप्रैल को मुरीदके में एक बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होना था, जिसे अचानक रद्द कर दिया गया है. इसकी वजह यही बताई जा रही है कि भारतीय एजेंसियों द्वारा उसके ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक या टारगेटेड अटैक की आशंका से पाकिस्तान खौफजदा है.

मसूद अजहर भी अंडरग्राउंड, बहावलपुर में छिपाया गया

वहीं दूसरी ओर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को भी सतर्कता के चलते बहावलपुर में छिपा दिया गया है. ISI द्वारा उसकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं और वह पूरी तरह अंडरग्राउंड हो चुका है. हाल ही में बहावलपुर में जैश के आतंकी कैंपों में हलचल देखी गई थी और कई लॉन्चिंग पैड खाली कराए गए हैं. यह स्पष्ट संकेत हैं कि पाकिस्तान को भारत की सैन्य कार्रवाई का अंदेशा है.

22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर हिंदू तीर्थयात्री थे. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली थी. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ शब्दों में कहा था कि "जिन्होंने ये किया है, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे." भारत ने इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और सीमाओं पर चौकसी बढ़ाना शामिल है.

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