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पीड़िता ने कहा- मैं भेल पूरी खा रही थी तभी?
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Apr 22, 2025, 20:58 pm IST
Keywords: दक्षिण कश्मीर पहलगाम उमर अब्दुल्ला
![]() दक्षिण कश्मीर के शांत और मनमोहक पहलगाम में मंगलवार को एक दर्दनाक मंजर सामने आया. जहां हरे-भरे मैदानों और खुले आसमान के नीचे सैलानी छुट्टियों का लुत्फ उठा रहे थे, वहीं अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजी और आतंक ने एक बार फिर घाटी को दहला दिया. बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि करीब 20 लोग घायल हुए हैं. चश्मदीदों के मुताबिक, हमलावरों ने नाम पूछकर एक व्यक्ति को निशाना बनाया और बिना कुछ कहे गोली मार दी. चश्मदीद महिला की आपबीती घटनास्थल पर मौजूद एक महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ भेलपूरी खा रही थीं. तभी एक हथियारबंद आतंकी आया, सवाल किया और जवाब सुने बिना सीधा गोली चला दी. गोली उस महिला के पति को लगी, जो मौके पर ही घायल हो गया. एक वायरल वीडियो में घायल लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही है. एक महिला अपने पति के लिए रोती-बिलखती दिखाई देती है, भीड़ से मदद की गुहार लगाती है – ये दृश्य हर किसी को अंदर से झकझोर देता है. हलगाम बना दहशत का गवाह हमला दोपहर करीब तीन बजे हुआ. आतंकी पास के जंगलों से निकलकर घाटी की ओर आए और बेखौफ होकर फायरिंग शुरू कर दी. जिस बैसरन घाटी को लोग ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहकर पसंद करते हैं, वही अब आतंक के खौफ से वीरान हो गई है. उमर अब्दुल्ला का बयान– मैं स्तब्ध हूं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “सालों में सबसे गंभीर हमला” बताया. उन्होंने कहा – “जो लोग पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं, वे मानवता के दुश्मन हैं.” खून से लथपथ सैलानी, अफरा-तफरी का माहौल हमले के बाद सामने आए एक वीडियो में जमीन पर लहूलुहान सैलानी पड़े हैं, कुछ बेसुध, कुछ कराहते हुए. चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई है. महिलाएं अपने प्रियजनों की तलाश में रोती-बिलखती नजर आती हैं. हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि अब तक आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है. पीएम मोदी और शाह एक्शन में प्रधानमंत्री मोदी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि “आतंक के इस कायराना हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.” गृह मंत्री अमित शाह को घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्काल श्रीनगर रवाना किया गया है. वह वहां अधिकारियों के साथ हाई-लेवल मीटिंग करेंगे. तीन जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा हमला ऐसे समय हुआ है जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं. तीन जुलाई से शुरू होने वाली 38 दिवसीय तीर्थयात्रा के लिए पहलगाम रूट अहम है. इस रूट से रोजाना हजारों श्रद्धालु गुजरते हैं. सुरक्षा बलों के लिए यह अब सबसे बड़ी चुनौती बन गई है कि यात्रा को सुरक्षित और शांतिपूर्ण कैसे रखा जाए. रेस्क्यू ऑपरेशन और सुरक्षाबलों की तैनाती घायलों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर और खच्चरों की मदद ली गई. पहलगाम अस्पताल में 12 से ज्यादा पर्यटकों को भर्ती किया गया है और सभी की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. पूरे बैसरन क्षेत्र में कम्बिंग ऑपरेशन जारी है. कई जगहों पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर दी गई है. लोगों में डर, पहलगाम रिसॉर्ट सुनसान जो जगह सुबह तक सैलानियों से गुलजार थी, वहां अब सन्नाटा पसरा है. हमले के बाद पर्यटकों ने अपनी यात्राएं रद्द करनी शुरू कर दी हैं और होटल्स खाली हो गए हैं. पहलगाम अब सिर्फ सुरक्षाबलों की मौजूदगी का गवाह है. |
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