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मुर्शिदाबाद हिंसा में 3 लोगों की मौत, अब तक क्या-क्या हुआ?
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Apr 13, 2025, 8:12 am IST
Keywords: West Bengal Mursidabad News Breaking News मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
![]() पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में एक पिता-पुत्र सहित तीन लोगों की मौत हो गई. इसके बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को यह साफ कर दिया कि यह कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा. मुर्शिदाबाद के सुती और शमशेरगंज जैसे इलाकों में हालात बिगड़ते देख, कलकत्ता हाईकोर्ट ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की याचिका पर सुनवाई की. कोर्ट ने इन इलाकों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती का आदेश दिया. कोर्ट ने कहा कि जब हालात गंभीर हो जाएं तो अदालत चुप नहीं बैठ सकती और आम लोगों की सुरक्षा जरूरी है. कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से 17 अप्रैल तक इस पूरे मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. अब तक 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया बीएसएफ ने भी हालात से निपटने के लिए अपनी तैयारी दिखाते हुए पुलिस की मदद के लिए पांच कंपनियां भेज दी हैं. बीएसएफ अधिकारी करणी सिंह शेखावत ने कहा कि वे राज्य पुलिस की मांग के अनुसार आगे भी और फोर्स भेज सकते हैं और हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं. सुती और शमशेरगंज में हुई झड़पों में अब तक 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वक्फ कानून राज्य सरकार ने नहीं, बल्कि केंद्र सरकार ने बनाया है. उन्होंने लोगों से अपील की कि जो जवाब चाहिए वह केंद्र से मांगा जाए, क्योंकि राज्य में यह कानून लागू नहीं किया जाएगा. उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य सरकार ने इस कानून को लागू ही नहीं किया तो फिर हिंसा क्यों? केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मुर्शिदाबाद में बढ़ती हिंसा पर राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए बात की. उन्होंने राज्य प्रशासन से हालात को जल्द सामान्य करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा. केंद्र सरकार ने यह भी बताया कि पहले से मौजूद 300 बीएसएफ जवानों के अलावा 5 और कंपनियां भेजी गई हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है. पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया हिंसा में एक घर से पिता-पुत्र के शव मिले, जिन पर चाकू के निशान थे. परिवार का आरोप है कि उनके घर में घुसकर लूटपाट की गई और दोनों की हत्या कर दी गई. दूसरी घटना में सुती इलाके में एक युवक को गोली लग गई, जिसकी मौत अस्पताल में हुई. शनिवार को भी हिंसा जारी रही, जिसमें शमशेरगंज के धुलियान इलाके में बीड़ी फैक्टरी के दो कर्मचारियों को गोली मार दी गई. पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया, रास्ते बंद किए और रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. इस वजह से न्यू फरक्का-अजीमगंज रेल मार्ग की ट्रेन सेवाएं छह घंटे तक बंद रहीं. हिंसा रोकने के लिए मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने चेतावनी दी कि जो लोग हिंसा में शामिल हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सभी धर्मों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी उकसावे में न आएं और समाज को नुकसान पहुंचाने वालों से सावधान रहें. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन हिंसा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह हिंसा पहले से तय थी और जिहादी ताकतें लोकतंत्र पर हमला कर रही हैं. उन्होंने इस मामले की जांच एनआईए से करवाने की मांग की. बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो ऐसे तत्वों को पूरी तरह रोका जाएगा. |
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