CM योगी 8 साल के कार्यकाल में वन क्षेत्र में हुई वृद्धि

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 17, 2025, 17:34 pm IST
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CM योगी 8 साल के कार्यकाल में वन क्षेत्र में हुई वृद्धि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने पिछले आठ वर्षों में पूरे राज्य में 210 करोड़ पौधे लगाए हैं, जिससे शहरीकरण और औद्योगिक विकास के बावजूद वन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश सरकार 17 नगर निगम क्षेत्रों को ‘सोलर सिटी’ में बदलने के लिए सक्रिय रूप से काम करेगी, जैसा कि अयोध्या में किया गया है.

पेड़ों के अस्तित्व को बनाए रखने का महत्व

सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के राष्ट्रीय सम्मेलन में पेड़ों के अस्तित्व को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने वृक्षारोपण की निगरानी के लिए उत्तराखंड के वन अनुसंधान संस्थान और छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपी है. ये संस्थान समय-समय पर पौधों की जीवित रहने की दर का आकलन करते हैं और रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजते हैं.

210 करोड़ पौधे लगाए, 75% पेड़ बचाए गए

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में 210 करोड़ पौधे लगाए गए हैं और 70-75 प्रतिशत पेड़ बचाए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए गए वृक्षारोपण में सफलता की दर 70-75 प्रतिशत रही, जबकि निजी और स्वैच्छिक संगठनों द्वारा किए गए वृक्षारोपण में यह दर 65-70 प्रतिशत रही है. उन्होंने यह भी बताया कि अन्य राज्यों ने वृक्षारोपण के प्रयास किए हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश ने इस दौरान अपने वन क्षेत्र को बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति की है.

कार्बन उत्सर्जन कम करने का प्रयास

सीएम योगी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में तेजी से जनसंख्या वृद्धि, नई औद्योगिक परियोजनाएं और बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है. उन्होंने कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करने के लिए जारी प्रयासों की सराहना की और दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और धुंध पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने सवाल किया कि इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

उज्ज्वला योजना से वायु गुणवत्ता में सुधार

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई उज्ज्वला योजना के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है. इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर प्रदान किए गए हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अभी भी कई लोग लकड़ी और कोयला जलाते हैं, जिससे वायु प्रदूषण होता है.

स्वच्छ ईंधन अपनाने का आग्रह

सीएम योगी ने लोगों से स्वच्छ ईंधन अपनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कोयले और लकड़ी के जलने से निकलने वाला धुआं उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक है, जो उसके नजदीक रहते हैं. इससे उनके स्वास्थ्य, खासकर फेफड़ों और आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. उन्होंने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने की आवश्यकता को बताया और सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया. साथ ही, नदियों को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए वर्षा जल संचयन और बायोगैस जैसे पर्यावरण के अनुकूल उपायों को अपनाने की वकालत की.

अयोध्या सौर ऊर्जा क्षमता वाला शहर बनेगा

सीएम योगी ने राज्य के 17 नगर निगमों को सौर शहरों के रूप में विकसित करने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि अयोध्या को 6000 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता वाले पहले सौर शहर के रूप में विकसित किया जाएगा, वहीं बुंदेलखंड को 5000 मेगावाट के हरित गलियारे में बदला जा रहा है. उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रौद्योगिकी और जन जागरूकता का संयोजन आवश्यक है.

शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य

मुख्यमंत्री योगी ने जोर देते हुए कहा कि भारत द्वारा निर्धारित वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय और स्थानीय दोनों स्तरों पर प्रयासों को मजबूत किया जाना चाहिए. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से इन कार्यक्रमों में लोगों को सक्रिय रूप से शामिल करने का आग्रह किया और कहा कि बिना लोगों की भागीदारी के कोई भी आंदोलन सफल नहीं हो सकता.

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