ईरान का रुख साफ है, हम कड़ा जवाब देंगे, ट्रंप की धमकी के बाद बोले IRGC चीफ

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 16, 2025, 18:12 pm IST
Keywords: iran   iraq   us   donald trump   ईरान    IRGC चीफ   राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप    लाल सागर   जनरल हुसैन सलामी  
फ़ॉन्ट साइज :
ईरान का रुख साफ है, हम कड़ा जवाब देंगे,  ट्रंप की धमकी के बाद बोले IRGC चीफ

तेहरान: यमन में अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ गया है. अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हमले करते हुए दावा किया है कि उन्हें ईरान से समर्थन मिल रहा है, जिसे लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी भी दी है. वहीं, ईरान ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि वह किसी भी तरह के हस्तक्षेप का समर्थन नहीं करता है और यदि उसकी संप्रभुता पर हमला हुआ, तो वह कड़ा जवाब देगा.

लाल सागर में बढ़ता तनाव

इस विवाद की प्रमुख वजह लाल सागर में जहाजों की सुरक्षा को लेकर खड़ी हुई है. हूती विद्रोहियों ने हाल के महीनों में अमेरिका और इजरायल के जहाजों को निशाना बनाया है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ गई है. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अमेरिका ने जहाजों की सुरक्षा के लिए निर्णायक सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है. इस अभियान के तहत यमन में किए गए अमेरिकी हवाई हमलों में 31 लोगों की मौत हो गई है.

ईरान का कड़ा संदेश

ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने ट्रंप की चेतावनी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ईरान खुद से कोई युद्ध नहीं छेड़ेगा, लेकिन अगर उसे धमकी दी गई या हमला किया गया, तो उसका उचित और निर्णायक जवाब दिया जाएगा."

ईरान के वरिष्ठ राजनयिक अब्बास अराघची ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, "अमेरिका को ईरानी विदेश नीति तय करने का कोई अधिकार नहीं है. यह युग 1979 की इस्लामिक क्रांति के साथ समाप्त हो चुका है."

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बकाई ने यमन में अमेरिकी हमलों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया और इसे एकतरफा कार्रवाई करार दिया.

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

रूसी विदेश मंत्रालय ने भी अमेरिका से अपने हमले रोकने का आग्रह किया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से इस मुद्दे पर चर्चा की और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए कूटनीतिक समाधान पर जोर दिया.

अन्य अंतरराष्ट्रीय लेख
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल