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विदेश से सोना तस्करी के ये तरीके?

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 07, 2025, 19:32 pm IST
Keywords: डायपर   प्राइवेट पार्ट   सैनिटरी पैड  
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विदेश से सोना तस्करी के ये तरीके?

नई दिल्ली: सोना भारतीयों की पसंदीदा धातु है. चाहे शादी-ब्याह हो या निवेश, इसकी मांग हमेशा ऊंची रहती है. 2024 में भारत में सोने की खपत 800 टन से अधिक हो गई, जिससे यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बन गया. लेकिन ऊंचे आयात शुल्क और बढ़ती मांग के चलते सोने की तस्करी भी नए-नए तरीकों से बढ़ रही है.

तस्कर अब पारंपरिक तरीके छोड़कर ऐसे-ऐसे इनोवेटिव हथकंडे अपना रहे हैं कि जांच एजेंसियों के भी होश उड़ जाते हैं. कभी सोना कपड़ों में सिलकर, कभी गहनों में छिपाकर, तो कभी डायपर या सैनिटरी पैड के अंदर—तरीकों की कोई कमी नहीं!

तस्करी में रसूखदार चेहरे भी शामिल!

हाल ही में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री रान्या राव को 14.8 किलोग्राम सोने के साथ पकड़ा गया. दिलचस्प बात यह थी कि वह कर्नाटक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की बेटी हैं. उनकी कथित संलिप्तता ने तस्करी के संगठित नेटवर्क और हाई-प्रोफाइल कनेक्शन की पोल खोल दी.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रान्या ने सोने की ईंटों को अपनी जांघ और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर टेप और बैंडेज की मदद से चिपका रखा था. सूत्रों का दावा है कि वह पहले भी कई बार सोने की तस्करी कर चुकी थीं और अपने रसूख का फायदा उठाकर एयरपोर्ट सिक्योरिटी से बच निकलती थीं. लेकिन इस बार सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.

तस्करी के अजीबोगरीब तरीके!

तस्करों का मकसद एक ही है, किसी भी तरह जांच से बचकर सोना भारत में लाना. इसके लिए वे अविश्वसनीय रूप से क्रिएटिव तरीके अपनाते हैं. कुछ ऐसे मामले देखें जिनमें सोने की तस्करी के अनोखे तौर-तरीकों का खुलासा हुआ:

शरीर के अंदर छिपाकर: कई तस्कर सोने को छोटे-छोटे कैप्सूल में बंद कर निगल जाते हैं या शरीर के प्राइवेट पार्ट में छिपा लेते हैं. 2023 में एक एयर होस्टेस को ऐसे ही 960 ग्राम सोने के साथ पकड़ा गया था, जिसे उसने अपने मलाशय में छिपाया था.

डायपर और सैनिटरी पैड में: जनवरी 2024 में अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक महिला यात्री को पकड़ा गया, जिसने अपने सैनिटरी पैड में सोना छिपा रखा था. इसी तरह, मंगलुरु एयरपोर्ट पर एक यात्री अपने 21 महीने के बच्चे के डायपर में सोने का पेस्ट छिपाकर ला रहा था.

खाने-पीने की चीजों में: कुछ तस्कर सोने को पिघलाकर पेस्ट या पाउडर में बदल देते हैं और फिर उसे चॉकलेट, टॉफी, साबुन या घी के पैकेट में छिपा देते हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू सामान में: स्मार्टफोन, लैपटॉप चार्जर, बेल्ट बकल, टॉर्च, घड़ी, पेन और यहां तक कि जूते के सोल में सोने को छुपाने के कई मामले सामने आ चुके हैं.

क्रिकेट बैट और किताबों में: एक मामला ऐसा भी आया था, जिसमें तस्करों ने क्रिकेट बैट की लकड़ी में सोना फिट कर दिया था. दिखने में बैट बिल्कुल सामान्य लग रहा था, लेकिन एक्स-रे स्कैनिंग में इसका राज खुल गया.

क्यों होती है सोने की तस्करी?

भारत में सोने पर ऊंचे आयात शुल्क (करीब 15%) के कारण कानूनी रूप से खरीदे गए सोने की तुलना में तस्करी का सोना सस्ता पड़ता है. इसीलिए इसकी अवैध तस्करी बड़े पैमाने पर होती है. 2024 में पकड़े गए तस्करी के सोने का मूल्य करीब 4,869.6 करोड़ रुपये था, जो बताता है कि यह कितना बड़ा कारोबार बन चुका है.

जांच एजेंसियां कैसे पकड़ती हैं तस्करों को?

तस्करों की इन चालाकियों से निपटने के लिए जांच एजेंसियां भी हाईटेक हो गई हैं. एयरपोर्ट पर एडवांस एक्स-रे स्कैनर, मेटल डिटेक्टर, स्पेशल डॉग स्क्वायड और इंटेलिजेंस नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. कई बार अधिकारियों को "केले का टेस्ट" भी करना पड़ता है—जहां संदिग्ध यात्रियों को केले और ढेर सारा पानी खिलाकर सोने के कैप्सूल को बाहर निकालने के लिए मजबूर किया जाता है.

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