लंदन में एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक, खालिस्तान समर्थकों ने विदेश मंत्री की कार घेरी

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 06, 2025, 17:16 pm IST
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लंदन में एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक, खालिस्तान समर्थकों ने विदेश मंत्री की कार घेरी

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की लंदन यात्रा के दौरान एक अप्रिय घटना सामने आई, जब खालिस्तान समर्थकों ने उनकी कार को घेर लिया. इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने उनकी गाड़ी के सामने आकर तिरंगे के साथ अशोभनीय हरकत की, जिससे भारतीय समुदाय में गहरा रोष फैल गया.

क्या हुआ लंदन में?

विदेश मंत्री जयशंकर लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक के एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद, जब वे बाहर निकले और अपनी कार की ओर बढ़े, तो पहले से वहां मौजूद खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

  • प्रदर्शनकारियों में से एक व्यक्ति ने तिरंगे को लेकर उनकी कार का रास्ता रोक लिया और उसे क्षति पहुंचाने की कोशिश की.
  • मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उस व्यक्ति को पकड़ लिया और स्थिति को नियंत्रण में लिया.
  • घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे भारतीय समुदाय में आक्रोश फैल गया.

भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया

  • इस घटना के बाद लंदन और अन्य स्थानों में भारतीय प्रवासियों ने विरोध जताया.
  • भारतीय मूल के लोगों ने ब्रिटिश सरकार से मांग की कि इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए.
  • ब्रिटेन में भारतीय समुदाय ने इस हरकत को अस्वीकार्य बताया और कड़ी प्रतिक्रिया दी.
  • भारत सरकार से भी इस मुद्दे को कूटनीतिक स्तर पर उठाने की उम्मीद की जा रही है.

भारत सरकार का रुख

भारत सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि:

  • हमने लंदन में विदेश मंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन की फुटेज देखी है.
  • हम ऐसे छोटे अलगाववादी समूहों की भड़काऊ गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हैं.
  • लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देना अस्वीकार्य है.

भारत को उम्मीद है कि ब्रिटिश सरकार अपने कूटनीतिक दायित्वों का पालन करेगी और ऐसे तत्वों के खिलाफ उचित कदम उठाएगी.

पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं

यह पहली बार नहीं है जब विदेशों में इस तरह की घटनाएं हुई हैं. ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका जैसे देशों में पहले भी भारतीय दूतावासों और नेताओं के खिलाफ ऐसे प्रदर्शन देखे गए हैं. भारत सरकार ने इन घटनाओं को लेकर पहले भी संबंधित देशों से आपत्ति जताई है.

लंदन में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भारतीय नेताओं और प्रतीकों की सुरक्षा को लेकर विदेशी सरकारें कितनी गंभीर हैं. भारतीय समुदाय और सरकार इस तरह की घटनाओं को लेकर सतर्क हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि ब्रिटेन इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और आवश्यक कदम उठाएगा.

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