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क्या पनीर और दूध वेजिटेरियन नहीं है? इस डॉक्टर ने दिया ऐसा बयान

जनता जनार्दन संवाददाता , Feb 07, 2025, 18:08 pm IST
Keywords: Indian Doctor   भारत   Viral News   mILK   मांसाहारी  
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क्या पनीर और दूध वेजिटेरियन नहीं है? इस डॉक्टर ने दिया ऐसा बयान भारत में एक डॉक्टर ने दूध और पनीर को 'नॉन-वेज' (मांसाहारी) खाने की श्रेणी में रखकर विवाद पैदा कर दिया है. डॉ. सिलोविया करपागम ने यह दावा किया कि दूध और पनीर पशु स्रोतों से आते हैं, इसलिए इन्हें शाकाहारी नहीं माना जा सकता. उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर सैकड़ों शाकाहारियों को नाराज कर दिया. डॉ. करपागम का यह बयान एक अन्य डॉक्टर द्वारा शेयर की गई शाकाहारी थाली की तस्वीर पर आया था. इस तस्वीर में पनीर, मूंग दाल, सलाद, कच्ची नारियल, अखरोट और बिना मिठास के खीर शामिल थी. उस पोस्ट में दावा किया गया था कि यह थाली प्रोटीन, अच्छे फैट और फाइबर से भरपूर है.

डॉ. सिलोविया ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "पनीर और दूध 'शाकाहारी' नहीं हैं. ये पशु स्रोत से आते हैं. ठीक वैसे ही जैसे चिकन, मछली और बीफ." उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी. कई यूजर्स ने डॉ. करपागम के बयान का विरोध किया और कहा कि पनीर और दूध शाकाहारी होते हैं, क्योंकि इनसे कोई जानवर मारा नहीं जाता. एक यूजर ने कहा, "कोई भी जानवर मारा नहीं जाता पनीर या दूध के लिए." वहीं दूसरे यूजर ने कहा, "दूध और दूध से बने प्रोडक्ट शाकाहारी होते हैं, क्योंकि इनमें किसी जानवर की हत्या नहीं होती.

डॉ. करपागम ने इस तर्क पर सवाल उठाते हुए पूछा कि यदि कोई मुर्गी नहीं मारी जाती, तो अंडे को 'नॉन-वेज' क्यों माना जाता है. इस बयान से सोशल मीडिया पर फिर से बहस तेज हो गई.

भारत में शाकाहारी होने की परिभाषा अन्य देशों से अलग है. यहां शाकाहारी लोग आम तौर पर 'लैक्टो-शाकाहारी' होते हैं, जो दूध और दूध उत्पादों (पनीर, घी, दही आदि) का सेवन करते हैं, लेकिन अंडे नहीं खाते. वहीं, पश्चिमी देशों में शाकाहारी वह लोग होते हैं जो दूध, दूध उत्पाद और अंडे खाते हैं. कुछ देशों में 'पेस्केटेरियन' (जो मछली और समुद्री भोजन खाते हैं लेकिन मांस नहीं खाते) को भी शाकाहारी माना जाता है.
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