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प्रलय की मछली से मिल रहे संकेत! सच हो जाएगी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 20, 2024, 10:55 am IST
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प्रलय की मछली से मिल रहे संकेत! सच हो जाएगी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी पिछले कुछ सालों में धरती पर तबाही के कई बार अफवाहें उड़ी हैं, लेकिन यह हर बार गलत साबित होता है. भविष्यवाणी करने के लिए मशहूर बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस ने भी आने वाले सालों में प्रलय की बात कही है. अब एक चौंकाने वाली खबर आ रही है, जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. साउथ कैलिफोर्निया के एंसीनिटास बीच पर तीसरी बार मरी हुई ओरफिश मछली मिली है, और जापानी लोककथाओं के अनुसार, इसे एक बुरा संकेत माना जाता है. जापान में इस मछली को "डूम्सडे फिश" या "आखिरी दिन की मछली" कहा जाता है. हिंदी में समझने के लिए इसे "प्रलय की मछली" कह सकते हैं.

साउथ कैलिफोर्निया के एंसीनिटास बीच पर एक मृत ओरफिश मिलने से राज्य में इस साल तीसरी बार इस दुर्लभ मछली के दिखने का मामला सामने आया है. यह मछली लगभग 10 फीट लंबी थी और 6 नवंबर को मिली. इस मछली को सिप्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी की पीएचडी उम्मीदवार एलिसन लैफेरियर ने तट पर आते देखा.

हालांकि यह कैलिफोर्निया में कुछ महीने में दिखाई देने वाली केवल तीसरी मछली है, जापानी लोककथाओं के अनुसार इसे एक बुरा संकेत माना जाता है. जापान में इसे "डूम्सडे फिश" या "आखिरी दिन की मछली" कहा जाता है और इसे आने वाले भूकंप का पूर्व संकेत माना जाता है. यह विश्वास जापान के 17वीं सदी से जुड़ा हुआ है.

जापानी लोककथा के अनुसार, ओरफिश समुद्र देवता र्युझिन के सेवकों का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए इसे "र्यूगु नो त्सुकाई" भी कहा जाता है, जिसका मतलब है समुद्र देवता के महल का संदेशवाहक.

यह स्पष्ट नहीं है कि ओरफिश एंसीनिटास के तट पर कैसे बहकर आई, लेकिन इसका पोस्टमार्टम किया जाएगा ताकि इसकी मौत का कारण पता चल सके. बाद में इस मछली को भविष्य में स्टडी के लिए सिप्रिप्स के समुद्री कशेरुक संग्रह में संरक्षित किया जाएगा, जो दुनिया में गहरे समुद्र की मछलियों का सबसे बड़ा संग्रह है.

सिप्रिप्स के मछली विशेषज्ञ बेन फ्रेबल ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, "हमने नमूने लिए और इसे जमा कर दिया, ताकि आगे की जांच और संरक्षित किया जा सके. इस मछली के नमूने से हमें ओरफिश की जैविकी, शारीरिक संरचना, जीनोमिक्स और जीवन इतिहास के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा.

अगस्त में, एक 12 फीट लंबी ओरफिश को ला जोला कोव, सैन डिएगो में कयाकिंग और स्नॉर्कलिंग करने वाले एक समूह ने पाया था. इसके बाद सितंबर में, ऑरेंज काउंटी के हंटिंगटन बीच पर एक और मृत ओरफिश मिली. साइंटिस्ट्स के अनुसार, ओरफिश गहरे समुद्र की मछलियां हैं और इनकी संख्या बहुत कम है. पिछले 100 सालों में, केवल 25 ओरफिश ही साउथ कैलिफोर्निया के पानी में देखी गई हैं.

वैज्ञानिक यह अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं कि क्यों पिछले कुछ महीनों में तीन ओरफिश तट पर पहुंची हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि हर एक नमूना इस प्रजाति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है. सिप्रिप्स के विशेषज्ञ बेन फ्रेबल के अनुसार, ओरफिश के तट पर बहकर आने का कारण समुद्र की स्थिति में बदलाव हो सकता है, जिसमें एल निनो और ला निना जैसी जलवायु स्थितियों का प्रभाव शामिल है. उन्होंने कहा, "यह हो सकता है कि समुद्र की स्थिति में बदलाव और हमारे तट के पास ओआर्फिश की संख्या में वृद्धि हो, जिसकी वजह से ये गहरे समुद्र की मछलियां बीच पर आ रही हैं.

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