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अमावस्‍या की काली रात ना करें ये गलतियां, तहस-नहस हो जाएगा जीवन!

जनता जनार्दन संवाददाता , Oct 02, 2024, 19:33 pm IST
Keywords: Amavasya ki raat ke totke   हिंदू धर्म   अमावस्‍या तिथि   पितृ पक्ष   सूर्य ग्रहण  
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अमावस्‍या की काली रात ना करें ये गलतियां, तहस-नहस हो जाएगा जीवन! हिंदू धर्म में सभी अमावस्‍या और पूर्णिमा को विशेष माना गया है. अमावस्‍या तिथि पितरों को समर्पित है. आज 2 अक्‍टूबर 2024 को अश्विन माह की अमावस्‍या है, जो कि पितृ पक्ष का आखिरी दिन होती है. इसलिए इसे पितृ अमावस्‍या कहते हैं. साथ ही आज 2 अक्‍टूबर को साल 2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लग रहा है. वैसे भी अमावस्‍या की रात को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, कुछ काम वर्जित बताए गए हैं. उस पर आज अमावस्‍या की रात को सूर्य ग्रहण भी लगने से इन नियमों का सख्‍ती से पालन करना चाहिए. 

हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना गया है क्‍योंकि सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण के दौरान नकारात्‍मक ऊर्जा बढ़ जाती है इसलिए इस दौरान कोई शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. साथ ही अमावस्‍या की रात को नकारात्‍मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं. इसलिए अमावस की काली रात को भी खतरनाक माना गया है. इस दिन की गईं गलतियां जीवन पर भारी पड़ सकती हैं. जानिए आज अमावस्‍या की रात में क्‍या काम ना करें. 

- अमावस्‍या की रात को श्‍मशान घाट या सुनसान जगहों पर ना जाएं. दरअसल, अमावस्‍या की रात तंत्र साधना के लिए बहुत खास होती है. अघोरी और तांत्रिक श्‍मशान घाट में साधना करते हैं, जिससे अमावस्‍या की रात में असुरी शक्तियां सक्रिय रहती हैं. इन जगहों पर जाने से व्‍यक्ति को कई तरह से नुकसान हो सकता है. जीवन पर संकट आ सकता है. 

साथ ही अमावस्‍या और पूर्णिमा पर चंद्रमा की खास स्थिति हमारे मन पर बड़ा असर डालती है. इस कारण लोगों में भावनाओं की तीव्रता, गुस्‍सा, नकारात्‍मकता ज्‍यादा रहती है. लिहाजा इस दिन ना तो कोई बड़े निर्णय लें. ना ही किसी से बहस करें. वरना बड़ा नुकसान हो सकता है. 

- आज पितृ अमावस्‍या की रात को गलती से भी नॉनवेज-शराब आदि का सेवन न करें. वरना पितृ दोष आपका पीछा नहीं छोड़ेगा. पितृ दोष आर्थिक समस्‍या, मानसिक-शारीरिक समस्‍या, करियर में बाधा, संतान प्राप्ति में बाधा का कारण बनता है. 

अमावस्या पर पति-पत्नी को शारीरिक संबंध भी नहीं बनाना चाहिए. क्‍योंकि इस दिन संबंध बनाने से पैदा हुई संतान को शारीरिक-मानसिक समस्‍या हो सकती है. उसका जीवन कष्‍टपूर्ण हो सकता है. पितरों की नाराजगी कई मुसीबतें दे सकती है. 

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