हरियाणा की जुलाना विधानसभा हॉट सीट बन चुकी
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Sep 12, 2024, 14:58 pm IST
Keywords: WWE Wrestler Kavita Vs Vinesh Phogat जुलाना विधानसभा सीट
जुलाना विधानसभा सीट अचानक से एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. दरअसल यहां से सबसे पहले टिकट देने में कांग्रेस ने बाजी मारी. हरियाणा में बीजेपी की जीत की हैट्रिक रोकने को बेताब कांग्रेस ने विनेश फोगाट को उतारकर बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेला है. इसके बाद बीजेपी ने जुलाना के 'सियासी एयरपोर्ट' से अपना 'पायलट' उतारा फिर जजपा (JJP) ने मुकाबला दिलचस्प बनाने के लिए अपनी रणनीति का खुलासा किया. इस बीच कांग्रेस से गठबंधन की संभावना खत्म होने के बाद यहां से आम आदमी पार्टी ने नहले पर दहला चलते हुए कांग्रेसी 'पहलवान' के सामने WWE 'रेसलर' को उतार दिया है.
2024 में जुलाना से कौन जीतेगा? इस सवाल का जवाब अब गली चौराहों से लेकर खाप की मीटिंगों और पंचायतों तक में ढूंढा जा रहा है. आप पार्टी ने भारत की पहली महिला WWE रेसलर कविता दलाल को सियासी पिच पर उतार कर यहां का मुकाबला दिलचस्प और माहौल 'टाइट' बना दिया है. अब यहां पहलवान बनाम पहलवान की फाइट भी होगी. हालांकि बीजेपी (BJP) के 'पायलट' योगेश बैरागी भी सियासी अखाड़े में दोनों को चित करने के लिए प्रचार में जमकर पसीना बहा रहे हैं. जजपा ने यहां से अमरजीत ढांडा को टिकट दिया है. वे 2019 में भी जजपा की टिकट से चुनाव जीते और विधायक बने थे. ढांडा दुष्यंत चौटाला के करीबियों में से एक हैं. AAP ने कविता दलाल को टिकट देकर खेल भावना भुनाने की कोशिश की है. वहीं महिला के सामने महिला और पहलवान के खिलाफ पहलवान को खड़ा करने में AAP को अपना फायदा दिख रहा होगा. लेकिन बीजेपी ने यहां OBC समाज से आने वाले कैप्टन योगेश बैरागी को उतारकर दूसरे सबसे बड़े वोट बैंक पर निशाना साधा है. यहां JJP और AAP के प्रत्याशी भी जाट हैं इसके बावजूद उनकी नजर भी जाट वोटों पर है. कविता हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली रेसलर विनेश फोगाट के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी. विनेश के सामने कविता के उतरने से जुलाना की सीट पर मुकाबला कांटे का हो गया है. रिंग से विधायकी की पिच पर उतरीं कविता 2022 में आम आदमी पार्टी में ये कहते हुए शामिल हुई थीं कि वो अरविंद केजरीवाल के काम से प्रभावित हैं. जुलाना सीट पर 2019 में कुल वोटर 1 लाख 73 हजार 645 थे. इनमें से 81 हजार वोट जाटों के थे. यहां जीत के लिए जाटों का समर्थन जरूरी माना जाता है. वहीं OBC कम्यनिटी भी यहां ठीकठाक संख्या में है. मतदाताओं के संख्याबल के आधार पर OBC दूसरे और अनुसूचित जाति (SC) के मतदाता यहां तीसरे नंबर प्रभावी हैं. जुलाना सीट जींद जिले की हाईप्रोफाइल सीट है. 2019 में JJP के अमरजीत सिंह ढांडा जीते थे. 2014 विधानसभा चुनाव में यहां से इनेलो (INLD) के परमिंदर सिंह जीते थे. 2009 में INLD ही जीती थी. यहां कांग्रेस आखिरी बार 2005 में जीती थी. 2000 और 2005 में कांग्रेस के शेर सिंह जुलाना से विधायकी का चुनाव जीते थे. विनेश फोगाट बीते साल भर से सुर्खियों में हैं ऐसे में विनेश को उतारकर कांग्रेस ने करीब दो दशकों का यानी 20 साल का सियासी सूखा खत्म करने का दांल चला है. |
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