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वित्त मंत्री के बजट भाषण से कहां गायब हो गया रेल ?

जनता जनार्दन संवाददाता , Jul 23, 2024, 18:36 pm IST
Keywords: Railway Budget 2024   वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण   किसान   महिलाओं    युवाओं   वित्त मंत्री   आंध्र प्रदेश  
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वित्त मंत्री के बजट भाषण से कहां गायब हो गया रेल ? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला  सीतारमण ने सदन में पेश करते हुए हर सेक्टर को कुछ न कुछ सौगात दी. सैलरी क्लास, किसान, महिलाओं , युवाओं सबके लिए वित्त  से कुछ न कुछ निकले. वित्त मंत्री करीब 1 घंटा 20 मिनट तक बोली, लेकिन उनके बजट भाषण से रेलवे बिल्कुल गायब रहा.  

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में आत्मनिर्भर भारत, अमृतकाल का जिक्र तो किया, लेकिन उसके भाषण से रेलवे गायब दिखा. रेलवे के लिए बजट में कोई ऐलान नहीं किए. उनके पूरे बजट भाषण के दौरान सिर्फ एक बार रेलवे शब्द आया, वो भी जब वो आंध्र प्रदेश के लिए योजनाओं का ऐलान कर रही थी. न तो रेलवे की किसी नई ट्रेन का ऐलान हुआ, न किराए में छूट को लेकर कोई बात कही गई और न ही रेल नेटवर्क की तकनकी बढ़ाने की दिशा में कोई ऐलान किए गए.  बजट में रेलवे का जिक्र नहीं होने पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आये दिन हादसे हो रहे हैं, ट्रेनों को बंद किया जा रहा है, कोच की संख्या घटी है और यात्री परेशान है, पर बजट में रेलवे के बारे में कुछ नहीं कहा गया. 

जहां लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रेल को भी कुछ सौगात दे सकती हैं उसके उलट वित्त मंत्री ने अपने  बजट भाषण में रेलवे को लेकर कोई जिक्र ही नहीं किया. आश्चर्यजनक और काफी चौंकाने वाली बात रही कि वित्त मंत्री के बजट 2024 भाषण में भारतीय रेलवे के लिए किसी भी नई योजना को लेकर कोई भी घोषणा नहीं की गई. 

अंतरिम बजट में रेलवे क्षेत्र को जो आवंटन किया गया था, वह बिना किसी बदलाव के इस बार भी जारी रहेगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया ति यह बजट मध्यम वर्ग को सशक्त बनाने वाला बजट है, जो युवाओं को सशक्त बनाएगा. लेकिन इस बजट में रेलवे की बेरुखी से लोग निराश है. लोगों को उम्‍म्‍मीद थी कि आम बजट में वंदेभारत और अमृतभारत ट्रेनों पर ज्‍यादा फोकस किया जाएगा. लेकिन बजट संबोधन में इनका जिक्र नहीं होने से लोगों को निराशा हाथ लगी  है.  लोगों को पूरी उम्मीद थी कि  वित्त मंत्री वरिष्ठ नागरिकों के रेल किराए में मिलने वाली छूट को फिर से लागू करने के लिए कोई घोषणा करेगी, लेकिन उन्होंने तो रेलवे का जिक्र तक नहीं किया.  

बजट में वित्त मंत्री ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए के लिए खजाना खोला.  मोदी 3.0 सरकार टीडीपी और जेडीयू के भरोसे केंद्र में चल रही है. बजट में वित्त मंत्री ने बिहार में इंफ्रा और दूसरे प्रोजेक्ट के लिए 58900 करोड़ रुपये की घोषणाएं की तो वहीं आंध्र प्रदेश के लिए 15 हजार करोड़ की वित्तीय सहायत की घोषणा की.   बजट में सबसे ज्यादा बिहार को मिला. 26000 करोड़ रुपये बिहार के सड़क परियोजनाओं, हवाई अड्डे, खेल के लिए आवंटित किए गए तो वहीं बाढ़ और सिंचाई के लिए 11500 करोड़ रुपये मिले हैं.  बिहार के पीरपैंती में 2400 मेगावाट बिजली के लिए 21400 करोड़ रुपये का बजट मिला है.  कुल मिलाकर एनडीए के सहयोगी सहयोगियों को इस बजट में 73900 करोड़  रुपये मिले.  
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