अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुजारी आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का निधन
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jun 22, 2024, 16:44 pm IST
Keywords: राजस्थान और एमपी वाराणसी Varanasi News Acharya Laxmikant Dixit
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का नेतृत्व करने वाले मुख्य पुजारी आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का 86 साल की उम्र में निधन हो गया. वाराणसी में शनिवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली. उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि आचार्य दीक्षित पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. उनका अंतिम संस्कार वाराणसी में मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा.
वाराणसी के वरिष्ठ विद्वानों में से एक के रूप में पहचाने जाने वाले आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के रहने वाले थे. हालांकि, उनका परिवार कई पीढ़ियों से वाराणसी में ही रहता है. उनके पूर्वजों ने नागपुर और नासिक रियासतों में भी धार्मिक अनुष्ठान कराए था. आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के पूर्वज पंडित गागा भट्ट ने 17वीं शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक कराया था. आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित पूजा पद्धति में सिद्धहस्त और वाराणसी के मीरघाट स्थित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य रहे थे. इस महाविद्यालय की स्थापना काशी नरेश की सहायता से की गई थी. आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित पूरे वाराणसी में वेदों के बहुत अच्छे जानकार माने जाते थे. यजुर्वेद के अच्छे विद्वानों में भी उनकी गिनती की जाती थी. हिंदू धर्म में किसी भी तरह की पूजा पद्धति के बहुत बड़े जानकार दीक्षित ने वेदों और अनुष्ठानों की दीक्षा अपने चाचा गणेश दीक्षित से ली थी. |
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