सरकार ने स्कूली बच्चों के लिए जारी की नई गाइडलाइन
जनता जनार्दन संवाददाता ,
May 04, 2024, 10:38 am IST
Keywords: Delhi Heat Wave Guidelines for Students दिल्ली शिक्षा निदेशालय
दिल्ली में शिक्षा निदेशालय ने राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उत्तर भारत में चल रही गर्मी की लहर के कारण बच्चे प्रभावित न हों और उनकी सेहत पर बुरा असर न पड़े.
ये गाइडलाइंस भारत मौसम विज्ञान विभाग की उस चेतावनी के बाद जारी है कि दिल्ली में मई में "सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान" देखा जाएगा. बच्चों को अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए यहां जानिए क्या करना चाहिए. नई गाइडलाइंस के मुताबिक दिल्ली के स्कूलों को बच्चों को लू से बचाने के लिए स्कूलों को दोपहर के समय एसेंबली आयोजित करने से बचने के लिए कहा गया है. जब लू की घोषणा की जाती है, तो स्कूलों को खुले में कक्षाएं नहीं चलानी चाहिए या किसी भी गतिविधि के लिए छात्रों को बाहर नहीं रखना चाहिए. स्कूलों को आरओ वॉटर सिस्टम और पीने का साफ पानी तक स्टूडेंट्स की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. स्टूडेंट्स को क्लासेस के बीच में पानी पीने के लिए रिसेस दी जानी चाहिए. स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को लू की स्थिति के बारे में पेरेंट्स को जागरूक करना चाहिए. इसके अलावा दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने यह भी कहा कि अगर स्कूल में गर्मी से संबंधित कोई हेल्थ प्रॉब्लम सामने आती है, तो उन्हें इसकी सूचना नजदीकी हेल्थ फेसिलिटी को देनी चाहिए. स्कूलों को प्राथमिक मेडिकल किट, ओआरएस आदि भी रखना होगा, ताकि कोई छात्र गर्मी के कारण ठीक महसूस नहीं करता है तो उसका तुरंत निवारन किया जा सके. वहीं, स्कूल भेजने से पहले और आने के बाद पेरेंट्स को भी बच्चों को अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए इन तरीकों को अपनाया जाना चाहिए. बच्चों को पानी, ओआरएस, छाछ, ताजे फलों का रस, नींबू पानी आदि देते रहे, ताकि वे हाइड्रेटेड रहे. इन दिनों बच्चों को किसी भी कार्बोनेटेड और शर्करा युक्त पेय से दूर रखें. सुनिश्चित करें कि जब वे बाहर निकलें तो धूप से बचने के लिए सन ग्लासेस, कैप, स्कार्फ आदि से खुद को ढके. गर्मी के दिनों में उन्हें बहुत टाइट कपड़े न पहनाएं, ढीले-ढाले कपड़े आरामदायक होते हैं. दोपहर के समय जब सूरज अपने चरम पर हो तो बाहर जाने से बचें और जाना जरूरी हो ते बाहर जाते समय छाता लेकर जाएं. मौसमी फल खाएं. अगर बच्चे हाइड्रेटेड नहीं रहेंगे तो सूर्य के संपर्क में आने पर गर्मी से संबंधित बीमारियों का खतरा हो सकता है. उन्हें गर्मी की अकड़न, सिर दर्द, थकावट, चक्कर, मतली-उल्टी, बेहोशी और लू लगने जैसी परेशानी हो सकती है. इसके अलावा लंबे समय तक धूप में रहने, पर्याप्त पानी नहीं पीने से तेजी से सांस लेने, दिल की धड़कन तेज होने, अत्यधिक प्यास लगने, पेशाब कम आने और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. |
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