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विश्व संगीत दिवस का इतिहास 32 देशों ने की वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाने की शुरुआत

विश्व संगीत दिवस का इतिहास 32 देशों ने की वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाने की शुरुआत

जब हम अकेले होते हैं, किसी के साथ होते हैं या वातावरण उदास या खुश होता है, तो एक चीज जो हमारे साथ होती है वह संगीत है. हम किसी भी समय, किसी भी वातावरण में संगीत सुन सकते हैं. संगीत न केवल तनाव दूर करता है बल्कि यह दिमाग को शांत रखने में भी उपयोगी है. आपको बता दें कि हर साल 21 जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाता है. ऐसे में यह जानना जरुर हो जाता है कि इस दिन की शुरुआत कब हुई और किसने की. तो आज हम आपको बताएंगे कि विश्व संगीत दिवस क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कब हुई.

विश्व संगीत दिवस का इतिहास

इसका इतिहास फ्रांस से जुड़ा है. साल 1982 में पहली बार इसे फ्रांस में मनाए जाने की शुरुआत हुई थी. तत्कालीन संस्कृति मंत्री जैक लैंग ने देश में संगीत के प्रति लोगों के बढ़ते क्रेज को देखा. तब उन्होंने विश्व संगीत दिवस मनाने की घोषणा की थी. इस दिन को उस समय का फेटे ला म्यूजिका कहा जाता था.

विश्व संगीत दिवस कैसे मनाया गया?

बता दें कि फ्रांस में जब पहली बार इस दिन को मनाया गया था तो 32 अन्य देशों ने इस दिन को मनाने का समर्थन किया था. उस समय इससे जुड़े कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. जैसे-जैसे समय बीतता गया, यह दिन भी लोकप्रिय होता गया. अब वर्तमान में यह दिवस 21 जून को भारत, अमेरिका, जापान, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, इटली सहित कई अन्य देशों में भी मनाया जाता है.

संगीत दिवस मनाने का मकसद सिर्फ लोगों को संगीत के फायदों के बारे में बताना नहीं है बल्कि उन्हें जागरूक करना भी है कि संगीत आज के समय में आपका साथी बनता जा रहा है. यह न केवल व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित करता है बल्कि व्यक्ति को भावनात्मक रूप से भी प्रभावित कर सकता है.

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