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क्वीन एलिजाबेथ से इंतजार कराने, आगे चलने और निजी बातचीत को उजागर कर ट्रंप ने कई बार तोड़ा नवाचार

क्वीन एलिजाबेथ से इंतजार कराने, आगे चलने और निजी बातचीत को उजागर कर ट्रंप ने कई बार तोड़ा नवाचार लंदनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली लंदन यात्रा कई विवादों में रही. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विंडसर कैसल में डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को न सिर्फ क्वीन एलिजाबेथ-II को काफी इंतजार करवाया, बल्कि रेड कार्पेट पर भी प्रोटोकॉल तोड़ा, जिसे वहां महारानी के अपमान के तौर पर देखा जा रहा है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ब्रेक्जिट नीति को खारिज करते हुए कहा कि यह द्विपक्षीय व्यापार समझौते की संभावनाओं को खत्म कर सकती है. ट्रंप के इस बयान की सांसदों ने कड़ी आलोचना की है और इसे देश का अपमान करार दिया.

ट्रंप ने रूपर्ट मर्डोक के समाचार पत्र ‘सन’ को दिए गए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री की ब्रेक्जिट योजना की आलोचना की. ट्रंप ने 'मे' की ब्रेक्जिट रणनीति का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अगर वो ऐसा कोई समझौता करती हैं तो हम ब्रिटेन के बजाए यूरोपीय संघ से डील करेंगे और इस प्रकार से यह समझौते को खत्म कर देगा.’’

उन्होंने कहा ‘‘मैंने टेरीजा मे को बताया था कि इसे कैसे करना है लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं हुईं, उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी. वह अलग तरह के रास्ते पर चलना चाहती थीं.’’

विंडसर कैसल में रेड कॉर्पेट पर चलते डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ट्रंप क्वीन एलिजाबेथ-II से आगे-आगे चल रहे हैं. यूजर्स ने इसे 'प्रोटोकॉल ब्रेक' यानी नवाचार के खिलाफ बताया है.

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और क्वीन एलिजाबेथ-II को रेड कार्पेट पर वॉक करते हुए विंडसर कैसल तक आना था. प्रोटोकॉल के मुताबिक, क्वीन एलिजाबेथ-II को आगे-आगे चलना था और ट्रंप को उन्हें फॉलो करना था. लेकिन, सोशल मीडिया पर जो वीडियो शेयर किया जा रहा है, उसमें 72 साल के डोनाल्ड ट्रंप 92 साल की क्वीन को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल जाते हैं.

'वैनिटी फेयर' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, '92 साल की महारानी एलिजाबेथ-II को तपती धूप में इंजतार करना पड़ा. अमेरिकी राष्ट्रपति पांच बजे के बाद चाय के लिए पहुंचे. इस दौरान ट्रंप ने प्रोटोकॉल भी तोड़ा.'

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया ट्रंप शुक्रवार को लंदन पहुंचे थे. दोनों ने गार्ड ऑफ ऑनर के बाद मिलिट्री परेड भी देखी. विंडसर कैसल में महारानी एलिजाबेथ-II के साथ चाय पी. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ग्लासगो के लिए रवाना हो गए.

इस मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने क्वीन एलिजाबेथ-II के लिए कहा, "कई सालों बाद उन्होंने (क्वीन एलिजाबेथ-II) ने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान उन्होंने कोई गलती नहीं की. वह एक अद्भुत महिला हैं."

ट्रंप ने ट्वीट किया, "मेरी पत्नी मेलेनिया क्वीन एलिजाबेथ-II की फैन हैं. मेलेनिया ने उनकी खूबसूरती की बहुत तारीफ की है."

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल 2011 में क्वीन एलिजाबेथ-II से मिल चुके हैं. तब ओबामा ने क्वीन को उनके माता-पिता की फोटोज गिफ्ट की थी. वो फोटोज तब की हैं, जब क्वीन के माता-पिता 1939 में अमेरिका आए थे. इस तोहफे के बदले में क्वीन ने ओबामा को ब्रिटेन की रॉयल फैमिली और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बीच लिखी गई चिट्ठियों का कलेक्शन दिया था.

देश के सांसदों ने इन बयानों के लिए ट्रंप की तीखी आलोचना की है और इनमें से कई लोगों ने इसे प्रधानमंत्री और ब्रिटेन का अपमान बताया है. कंजर्वेटिव पार्टी से सांसद सारा वोलास्टोन ने कहा कि ट्रंप मे का ‘‘अपमान करने की ठान रखी थी.

विपक्षी लेबर पार्टी के सांसद बेन ब्रैडशॉ ने कहा, ‘‘हमारी प्रधानमंत्री इतनी कमजोर हैं कि वह अब भी उस व्यक्ति के लिए रेड कारपेट बिछा रहीं हैं, जो और कुछ नहीं बस उनका अपमान कर रहा है. अपमानजनक.’’

साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि वह यूरोपियन यूनियन पर इसलिए कार्रवाई कर रहे हैं क्योंकि उसने व्यापार के मामले में अमेरिका के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया है. ट्रंप चार दिन की ब्रिटेन यात्रा पर कल यहां पहुंचे हैं.

ट्रंप ने पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन को ‘‘बेहद प्रतिभावान व्यक्ति’’ बताया और कहा कि वह ‘‘महान प्रधानमंत्री’’ बन सकते हैं.’’ गौरतलब है कि जॉनसन ने मे की ब्रेक्जिट नीति के विरोध में विदेश मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

इसके साथ ही ट्रंप ने लंदन के मेयर साजिद खान की भी जम कर आलोचना की. उन्होंने पाकिस्तानी मूल के मेयर पर अरोप लगाया कि उनकी वजह से ऐसा महसूस हो रहा है कि उनका यहां आना लोगों को पसंद नहीं आ रहा है.
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