तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तूतीकोरिन प्लांट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया
जनता जनार्दन संवाददाता ,
May 24, 2018, 17:45 pm IST
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चेन्नईः तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया है और गुरुवार को इकाई को बिजली आपूर्ति को डिस्कनेक्ट कर दिया है. संयंत्र को बंद करने के आदेश बुधवार को टीएनपीसीबी के अध्यक्ष द्वारा जारी किए गए थे.
सूत्रों ने बताया कि इकाई को बिजली आपूर्ति गुरुवार को 5.15 बजे डिस्कनेक्ट कर दी गई थी. अपने आदेशों में, टीएनपीसीबी ने कहा कि 18 मई और 19 मई को अपने अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान, यह पाया गया कि “इकाई अपने उत्पादन संचालन को फिर से शुरू करने के लिए गतिविधियां कर रही थी.” इसके बाद, संयुक्त मुख्य पर्यावरण अभियंता, तिरुनेलवेली ने संयंत्र को बिजली की आपूर्ति के विघटन की सिफारिश की. टीएनपीसीबी ने जल (धारा निवारण और प्रदूषण नियंत्रण) अधिनियम, 1974 की धारा 33 ए और वायु की धारा 31 ए (प्रदूषण और नियंत्रण नियंत्रण) अधिनियम, 1971 के प्रावधानों के तहत बिजली आपूर्ति के बंद और विघटन का आदेश दिया. बोर्ड ने वेदांत लिमिटेड द्वारा किए गए आवेदन की संज्ञान ली, जो कि संविधान (सीटीओ) के नवीनीकरण की मांग और पिछले सीटीओ के तहत कुछ शर्तों के अनुपालन के लिए बोर्ड द्वारा अप्रैल में आवेदन अस्वीकार करने की मांग कर रहा था. इससे पहले, मद्रास हाईकोर्ट की मदुरई बेंच ने बुधवार को तूतीकोरिन में वेदांता समूह की स्टरलाइट कॉपर यूनिट के निर्माण पर रोक लगाने के आदेश दिए. मंगलवार को वेदांता समूह के स्वामित्व वाले संयंत्र को प्रदूषण संबंधी चिंताओं को लेकर बंद करने की मांग कर रहे लगभग पांच हजार लोग आज पुलिस से भिड़ गए थे और वाहनों एवं सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा दी थी. इस दौरान पुलिस की गोलीबारी और कार्रवाई में करीब 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए. उधर, गृह मंत्रालय ने भी राज्य सरकार से इस पूरे प्रकरण पर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं. वहीं, मक्कल नीधि मय्यम पार्टी के प्रमुख और प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन इस हादसे के पीडि़तों से मिलने के लिए बुधवार को जनरल हॉस्पिटल पहुंचे. उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने पुष्टि की थी कि तूतीकोरिन में वेदांता समूह की इकाई स्टरलाइट इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में नौ प्रदर्शनकारी मारे गए. इसके साथ ही उन्होंने घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी क्षेत्र में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर कलेक्ट्रेट की तरफ जुलूस निकाल रहे थे. मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव ही नहीं किया, बल्कि उनके वाहनों तथा कलेक्ट्रेट में खड़े वाहनों को भी आग लगा दी. पलानीस्वामी के पास गृह मंत्रालय भी है. उन्होंने बताया था कि पुलिस को लोगों के जानमाल की रक्षा के लिए अपरिहार्य परिस्थितियों में कार्रवाई करनी पड़ी, क्योंकि प्रदर्शनकारी बार- बार हिंसा कर रहे थे.. पुलिस को हिंसा रोकनी थी. तूतीकोरिन में पिछले दो दिनों में पुलिस फायरिंग में 12 प्रदर्शनकारियों की मौत बुधवार की शाम को, तमिलनाडु सरकार ने “सार्वजनिक आपातकाल” का आह्वान किया और सामाजिक सेवा तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर उत्तेजक संदेश फैलाने के लिए तूतीकोरिन , तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जिलों में 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं को काटने के लिए इंटरनेट सेवा प्रदाताओं से पूछा. |
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