अंतर कोरियाई शिखर वार्ता के बाद किम जोंग उन ने कहा- उत्तर कोरिया का परमाणु परीक्षण स्थल मई में हो जाएगा बंद
जनता जनार्दन डेस्क ,
Apr 29, 2018, 11:26 am IST
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सियोल: दुनिया की तारीख में सबसे युवा पर दबंग तानाशाहों में से एक किम जोंग उन लगता है इतिहास में नई इबारत लिखने को बेताब हैं. उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के साथ हुई शिखर वार्ता में कहा कि वह अगले महीने देश के पुंगेरी स्थित परमाणु परीक्षण स्थल को बंद कर देंगे. मून के कार्यालय ने रविवार को यह जानकारी दी.
समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के मुख्य प्रेस सचिव यून योंग चान ने लाइव प्रसारण के दौरान कहा कि मून और किम जोंग के बीच इस बात पर भी सहमति बनी थी कि जब भी उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करेगा तो वह इसकी जानकारी सार्वजनिक करेगा. दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के प्रवक्ता यून यंग-चान ने कहा कि किम ने यह टिप्पणी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के साथ 27 अप्रैल शुक्रवार को सीमावर्ती गांव में अपनी शिखर वार्ता के दौरान कही और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक को लेकर सकारात्मक रवैया अपनाते हुये कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति यह समझेंगे कि वह 'ऐसे शख्स नहीं' हैं जो अमेरिका की तरफ मिसाइल दागेंगे. मून और किम ने शिखर वार्ता के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप के 'पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण' की दिशा में काम करने का वादा किया था हालांकि इस संदर्भ में समय सीमा का कोई जिक्र नहीं था. दक्षिण कोरिया ने अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच संभावित शिखर वार्ता के लिये भी काफी प्रयास किये. इस बैठक के अगले महीने या जून के शुरू में होने की उम्मीद है. यून ने किम को उद्धृत करते हुये कहा, ‘‘एक बार हम बात शुरू करेंगे तब अमेरिका यह जानेगा कि मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो दक्षिण कोरिया, प्रशांत क्षेत्र या अमेरिका पर परमाणु हथियार छोड़ूंगा.’’ यून ने उत्तर कोरियाई नेता को उद्धृत करते हुये कहा, ‘‘हम अगर अक्सर बैठक करते हैं और अमेरिका के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाते हैं तथा हमसे जंग और आक्रमण नहीं करने की संधि की जाती है तो हमें अपने परमाणु हथियार रखने की मुश्किल के साथ रहने की क्या जरूरत है ?’’ उत्तर कोरिया ने इस महीने घोषणा की थी कि उसने परमाणु उपकरणों और अंतरप्रायद्वीपीय प्रक्षेपास्त्रों के सभी परीक्षण स्थगित कर दिए और उसकी परमाणु परीक्षण स्थल को भी बंद करने की योजना है. यून ने कहा कि किम ने यह भी कहा कि दक्षिण कोरिया के जैसा ही टाइम जोन रखने के लिये वह मौजूदा टाइम जोन को नए सिरे से सेट करने के लिये भी योजना बना रहे हैं. इससे पहले प्योंगयोंग की सरकारी मीडिया ने बीते 28 अप्रैल को कहा कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन के बीच हुई अंतर-कोरियाई ‘ऐतिहासिक’ शिखर वार्ता ने एक नए युग के लिए मार्ग प्रशस्त किया है. उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ ने कहा ‘‘ऐतिहासिक वार्ता ने राष्ट्रीय सुलह, एकता, शांति एवं समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत की है.’’ दस्तावेजों में दोनों नेताओं ने इस बात की पुष्टि की कि ‘‘परमाणु मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप का साझा लक्ष्य पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए ही पूरा हो सकता है.’’ प्योंगयांग कई वर्षों से इस बात पर जोर देता रहा है कि वह परमाणु हथियारों का अपना ‘खजाना’ नहीं छोड़ेगा. उसका कहना है कि उसे अमेरिकी आक्रमण से निपटने के लिए इसकी आवश्यकता है.
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेता बीते 27 अप्रैल को एक ऐतिहासिक शिखर बैठक में स्थायी शांति समझौता और विभाजित प्रायद्वीप के पूर्ण निरस्त्रीकरण की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर सहमत हुए. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने पनमुंजोम घोषणा पर हस्ताक्षर करने के बाद एक दूसरे को गले लगा लिया. दोनों नेताओं ने एक बयान जारी कर, ‘पूर्ण निरस्त्रीकरण और परमाणु मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप के साझा लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रतिबद्धता जताई.’ उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने इस बात पर भी सहमति जताई कि वे कोरियाई युद्ध के स्थायी समाधान की दिशा में इस साल प्रयास करेंगे और इसके सैन्य हल के बजाए शांतिपूर्ण संधि से इसे खत्म करने की दिशा में पहल की जाएगी. |
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