गूगल ने मोंटाज के जनक सर्गेई आइजेन्सटाइन की 120वीं जयंती पर बनाया डूडल
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 22, 2018, 12:52 pm IST
Keywords: Sergei Eisenstein Father of Montage Sergei Eisenstein work Google Doodle Sergei Eisenstein 120th Birthday सर्गेई आइजेन्सटाइन मोंटाज के जनक सर्गेई आइजेन्सटाइन के कार्य मोंटाज गूगल डूडल
नई दिल्लीः सर्च इंजन गूगल ने आज अपना डूडल रशियन फिल्ममेकर सर्गेई आइजेन्सटाइन को समर्पित किया है. आज इनकी 120वीं जन्मतिथि है. इन्हें सिनेमा में इनके अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है. 22 जनवरी 1898 को जन्मे सर्गेई मात्र 50 साल की उम्र में ही इस दुनिया को छोड़ गए. हालांकि, इस छोटी सी जिंदगी में भी उन्होंने अपना नाम अमर बना दिया.
फिल्मों में कई फ्रेम्स को मिलाकर बनाए जाने वाले मोंटाज के जनक के रूप में सर्गेई ने अपना सबसे बड़ा योगदान दिया. गूगल ने आज अपने डूडल में इसी को प्रमुखता से दिखाया है. इसमें सर्गेई चारों तरफ से रील से घिरे हैं और हाथ में भी कैमरे की रील पकड़े हुए हैं. कहा जाता है कि सन 1918 में सर्गेई स्कूल छोड़कर रेड आर्मी में शामिल हो गए थे और क्रांतिकारी के रूप में काम करने लगे. सर्गेई के पिता इस क्रांति के खिलाफ थे. यह सर्गेई की योग्यता का ही कमाल था कि 1930 में भी उन्हें हॉलीवुड की तरफ से 1 लाख डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट मिला. हालांकि, इस प्रॉजेक्ट पर उन्हें खास सफलता नहीं मिल पाई. इन्होंने चार्ली चैपलिन के साथ भी काफी समय बिताया. सर्गेई आइजेन्सटाइन ने सबसे पहले मोंटाज को एक खूबसूरत रूप दिया, जिसने फिल्मों की दशा-दिशा ही बदल दी. इसमें सबसे पहले कई सारी तस्वीरों का चयन किया जाता है और उन्हें एक उचित क्रम में सजाया जाता है और उन्हें ऐसी गति से डिस्प्ले किया जाता है, जिससे वे एकदम सजीव लगें. यही वजह है सर्गेई को न केवल मोंटाज के जनक के रूप में याद किया जाता है बल्कि स्टाइक, बैटलशिप पोटेमकिनस, अलैक्जेंडर नेवस्की और इवान द टेरिबल जैसी फिल्मों के लिए भी याद किया जाता है. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|