अभिमन्यु सीमा सिंहः डिज़ाइनिंग के क्षेत्र का एक मुकम्मल नाम
विम्मी करण सूद ,
Oct 29, 2017, 17:42 pm IST
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महिलाएं आज प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं चाहे वो ज्ञान हो, विज्ञान हो या फिर कला- आज उसका कोई सानी नहीं है। कहते हैं कुदरत ने स्त्री को स्वंय को मांझने की अद्बुत प्रतिभा दी है तभी आज वह अपने लिए नित नए-नए आयाम खोज रही है। ऐसी ही नैसर्गिक प्रतिभा का एक उदाहरण हैं ‘अभिमन्यु सीमा सिंह’, जिन्होंने अपनी मेहनत से डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल कर लिया है। ऐसा मुकाम जिसके पीछे उनका व उनके परिवार का कठिन परिश्रम साफ दिखाई देता है। वैसे तो अभिमन्यु सीमा सिंह के पन्द्रह वर्षों के करियर में कई उपलब्धियां रहीं हैं पर हाल ही में उनके सफलता में एक और आयाम जुड़ गया है-मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 ।
जी हां, सीमा ने मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 के लिए बेहतरीन ड्रेसेज़ डिज़ाइन की थीं और एक कड़ी स्पर्धा के बाद उनकी बनाई ड्रेसेज़ को ‘बेस्ट कास्ट्यूम्स’ का अवार्ड मिला। उनके बनाए डिज़ाइन्स में आम ड्रेसेज़ तो थीं ही पर साथ ही विशेष रूप से बनाए ट्रेडिशनल आउटफिट, फेदर ड्रेस और इवनिंग गाउन भी शामिल थे। सीमा ने ये सारा कलेक्शन प्रतियोगिता की प्रतिभागी अर्जिता गर्ग के लिए बनाया जिसे पहनकर अर्जिता ने न केवल मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 में चार चांद लगा दिए बल्कि मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 ग्लोबल अंबेसडर अवार्ड की विजेता भी बनीं। सीमा का पारिवारिक माहौल राजनीतिक रहा है जिसके कारण स्वाभाविक रूप से माता-पिता का इन पर किसी गंभीर करियर को लेने का दबाव बना। सीमा ने पालिटिकल साईंस में मास्टर्स करने के बाद गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल खोल लिया जहां उन्हें मुफ्त पढ़ाया जाता था। पर कहते हैं कि चिंगारी दब तो सकती है पर बुझ नहीं सकती, ऐसा सीमा के साथ भी हुआ। जब इनका विवाह अभिमन्यु सिंह से तय हुआ तो बातों-बातों में इन्होंने अपनी इच्छा उनके सामने रखी जिसमें होनेवाले पति का पूर्ण सहयोग मिला । विवाह के बाद ड्रेस डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में व्यावहारिक शिक्षा लेने के लिए इन्होंने दिल्ली के एक नामी पालिटेक्नीक में दाखिला ले लिया और फिर सफर जो चला…..चलता ही गया। कोर्स पूरा करने के बाद सीमा ने जल्द ही अपना लेबल लांच किया, जिसका नाम रखा ‘मनी’ और आज ये लेबल अपने काम की वजह से जाना-माना नाम बन गया है। मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 में सीमा ने उतरप्रदेश के पारंपरिक पहनावे को प्रस्तुत किया था जो अपने आप में बड़ा चैलेंजिंग था क्योंकि उतरप्रदेश जैसे बड़े राज्य के सभी पहनावे को उतने कम समय में दिखा पाना आसान काम नहीं था पर अभिमन्यु सीमा सिंह ने न केवल इस चैलेंज को कबूल किया बल्कि उसमें अपना परचम भी लहराया। आज इंडियन वुमन प्रेस कार्प में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में सीमा ने बताया कि कैसे उनका सफर शुरू हुआ और कैसे वो मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 की प्रतियोगिता तक पहुंची। साथ ही मिसेज़ इंडिया अर्थ 2017 ग्लोबल अंबेसडर अर्जिता गर्ग ने भी अपनी सक्सेस स्टोरी सांझी कि कैसे अपनी मेहनत और हौंसले से वे इस मुकाम तक पहुंची। इस अवसर पर विशेष अतिथि रेणु शाहनवाज़ हुसैन ने भी अभिमन्यु सीमा सिंह के डिज़ाइन्स की बेहद तारीफ करते हुए कहा कि ऐसा काम कम ही देखने को मिलता है इसीलिए वो सीमा की मुरीद हैं। रेणु जी ने महिलाओं की शक्ति की प्रतीक अपनी एक कविता भी सुनाई। सीमा जल्द ही अपना फैशन शो करनेवाली हैं। किसी ने सच ही कहा है कि परों से नहीं, हौंसलों से उड़ान होती है…….और इस उड़ान का नाम है अभिमन्यु सीमा सिंह। |
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