राष्ट्रपति ने सीआईआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और सीआईआई फाउंडेशन आदर्श महिला प्रेसिडेंट अवॉर्ड दिया
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Apr 28, 2017, 12:23 pm IST
Keywords: President Pranab Mukherjee CII Foundation CII President's Award for Lifetime Achievement Rahul Bajaj CII foundation Woman Exemplar Award राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राहुल बजाज सीआईआई प्रेसिडेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड सीआईआई फाउंडेशन आदर्श महिला अवॉर्ड
नई दिल्लीः भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज नई दिल्ली में राहुल बजाज को सीआईआई प्रेसिडेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया और महिला उद्यमियों को सीआईआई फाउंडेशन आदर्श महिला का अवॉर्ड दिया।
इस मौके पर माननीय राष्ट्रपति ने अवॉर्ड विजेता उद्यमियों- बजाज ऑटो लिमिटेड के चेयरमैन राहुल बजाज को इस साल के सीआईआई लाइफटाइम अचीवमेंट प्रेसिडेंट अवॉर्ड और सीआईआई फाउंडेशन आदर्श महिला अवॉर्ड की विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि 2005 में हुई सीआईआई फाउंडेशन आदर्श महिला अवॉर्ड की स्थापना देश में सामुदायिक स्तर पर उन महिलाओं की खोज करने और उन्हें बढ़ावा देना है जो तमाम बाधाओं को पार करते हुए भारतीय समाज की बेहतरी में उल्लेखनीय योगदान देती हैं। इससे उन अनगिनत महिलाओं को बढ़ावा मिलेगा जो हमारे देश और इसकी अर्थव्यवस्था में अलग-अलग तरह से योगदान दे रही हैं। राष्ट्रपति ने उद्योग जगत को ये भी याद दिलाया कि पूंजी के साथ ही देश को इनके आइडिया, ऊर्जा और शक्ति की भी जरूरत होगी। राष्ट्रपति ने ये भी आग्रह किया कि देश में विकास के राह की बाधाओं को दूर करने और नई खोज के लिए कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी से मिले अवसर का फायदा उठाएं। राष्ट्रपति ने इस बात पर भी बल दिया कि सीएसआर विकास के लिए उद्योग जगत का ध्यान कुछ खास क्षेत्रों पर ना होकर पूरे देश पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के सामने जितनी बड़ी चुनौतियां उनसे निपटने के लिए हमारे पास उतना ज्यादा समय नहीं है, ऐसे में साझेदारी की भूमिका बेहद हो जाती है। आपस में साझेदारी कर मुश्किल से मुश्किल सामाजिक और तकनीकी दिक्कतों को दूर कर विकास के रास्ते पर बढ़ा जा सकता है। राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमें सभी सेक्टर की ताकत बढ़ानी होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक औद्योगिक समूह की तरह सीआईआई कंपनियों को एकसाथ लाकर नई शुरुआत कर सकती है। उन्होंने इस बात की भी खुशी जताई की सीआईआई फाउंडेशन ने इस तरह का प्रयास शुरू किया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट सीआईआई अध्यक्ष पुरस्कार एवं सीआईआई फाउंडेशन असाधारण महिला पुरस्कार के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर दिया गया भाषण – मैं आपके बीच, विशेष रूप से इस विशिष्ट समारोह के लिए आकर प्रसन्न हूं। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) देश में आर्थिक एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में सरकार एवं उद्योग के साथ घनिष्टतापूर्वक साझेदारी करता रहा है। मैं आपको सीआईआई पुरस्कारों की संकल्पना करने के लिए बधाई देता हूं, जो उद्योग में असाधारण प्रदर्शन करने वालों तथा अचिवरों और महिला उद्यमियों को सम्मानित करने का एक अवसर प्रदान करता है। मैं सभी पुरस्कृत व्यक्तियों- बजाज ऑटो लिमिटेड के अध्यक्ष श्री राहुल बजाज जिन्हें लाइफ टाइम अचिवमेंट के लिए इस वर्ष का सीआईआई अध्यक्ष के पुरस्कार के लिए चुना गया है; शिक्षा एवं साक्षरता के लिए तेलंगाना की सुश्री जयाम्मा बंडारी; स्वास्थ्य के लिए पश्चिम बंगाल की सुश्री मोनिका मजूमदार और सूक्ष्म उपक्रम के लिए महाराष्ट्र की सुश्री कमल कुंभर को बधाई देता हूं। 2005 में गठित सीआईआई फाउंडेशन वूमन एक्जेम्पलर पुरस्कार समुदाय स्तर पर महिला अधिकारिता को बढ़ावा देने के लिए एक स्वागत योग्य पहल है। यह ऐसी महिलाओं को ढूंढने एवं उन्हें सम्मानित करने की एक पहल है जिन्होंने सभी बाधाओं के बावजूद उत्कृष्ट कार्य किया तथा भारत में विकास प्रक्रिया में उल्लेखनीय योगदान दिया। मुझे भरोसा है कि यह अनगिनत महिलाओं के लिए एक महान प्रोत्साहन होगा जो विभिन्न प्रकार से हमारे राष्ट्र एवं इसकी अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं। मैं इससे अवगत हूं कि भारतीय उद्योग जगत ने देश की बेहतरी की दिशा में योगदान देने के लिए बेशुमार उत्साह एवं नवोन्मेषण का परिचय दिया है। भारत में उद्योग की पहुंच रोजगार, उद्यमशीलता, शिक्षा एवं स्वास्थ्य देखभाल समेत उपभोक्ता वस्तुओं या सामाजिक विकास लक्ष्यों जैसे विभिन्न तरीकों से हमारे नागरिकों के जीवन तक है। एक समावेशी विकास प्रक्रिया के लिए आवश्यक है कि भारतीय उद्योग जगत जिम्मेदारी एवं कॉरपोरेट नागरिकता का उत्तरदायित्व ग्रहण करें। सीआईआई के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक वर्ष के दौरान लगभग 1270 कंपनियों ने सीएसआर से संबंधित गतिविधियों पर 8,000 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है। मैं उद्योग जगत को यह स्मरण दिलाना चाहूंगा कि निधियों के अतिरिक्त देश को आपके विचारों, ऊर्जा एवं प्रोत्साहन की भी जरूरत है। |
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