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फ्रैंकफर्ट अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेला बद्री नारायण के साथ लेखक से भेंट कार्यक्रम आयोजित जनता जनार्दन संवाददाता ,  Oct 18, 2024
दुनिया के सबसे बड़े पुस्तक मेले फ्रैंकफर्ट अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले के दूसरे दिन आज साहित्य अकादेमी ने 'लेखक से भेंट' कार्यक्रम प्रख्यात हिंदी कवि बद्री नारायण के साथ आयोजित किया। बद्री नारायण को अपने कविता-संग्रह 'तुमड़ी के शब्द' के लिए 2022 का साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला है ....  समाचार पढ़ें
ब्रिक्स साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुए कई कार्यक्रम साहित्य अकादेमी ने भी की भागीदारी जनता जनार्दन संवाददाता ,  Sep 14, 2024
रूस के कज़ान में बुधवार से आरंभ हुए ब्रिक्स साहित्य सम्मेलन 2024 में गुरुवार, 12 सितंबर 2024 और शुक्रवार, 13 सितंबर 2024 को भी साहित्यिक गतिविधियां जारी रहीं। आज (13 सितंबर 2024) को, दो कार्यक्रम थे जिनमें भारत के प्रतिभागी भी शामिल थे ....  समाचार पढ़ें
साहित्य अकादेमी का भाषा सम्मान अर्पण समारोह सम्पन्न जनता जनार्दन संवाददाता ,  Aug 30, 2024
साहित्य अकादेमी द्वारा वर्ष 2021 और 2023 के भाषा-सम्मान प्रदान किए गए। भाषा-सम्मान अर्पण समारोह की अध्यक्षता साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने की। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में उन्होंने कहा कि यह सम्मान हमारी ऋषि परंपरा का सम्मान है, जो एक तरह से भारतीय ज्ञान परंपरा का ....  समाचार पढ़ें
साहित्य अकादेमी द्वारा युवा एवं बाल साहित्य पुरस्कार 2024 घोषित जनता जनार्दन संवाददाता , ,  Jun 15, 2024
साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में अकादेमी के कार्यकारी मंडल ने आज युवा पुरस्कार 2024 एवं बाल साहित्य पुरस्कार 2024 की घोषणा की। बैठक में 23 युवा लेखकों की पुस्तकों एवं 24 बाल साहित्यकारों के लिए पुरस्कार 2024 अनुमोदित किए गए। इन पुस्तकों ....  समाचार पढ़ें
साहित्य अकादेमी तथा भारत में लिथुआनिया गणराज्य के दूतावास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ साहित्य मंच कार्यक्रम जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 21, 2024
साहित्य अकादेमी तथा भारत में लिथुआनिया गणराज्य के दूतावास के संयुक्त तत्वावधान में साहित्य मंच कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें भाषाशास्त्र संकाय, विलनिअस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष एवं लिथुआनिया के पूर्व संस्कृति मंत्री मिंडौगस क्वितकौस्कस ने बहुभाषिक एवं बहुसांस्कृतिक शहर विलनिअस तथा उसकी सांस्कृतिक/ऐतिहासिक स्मृतियों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। यह व्याख्यान पॉवर पाइंट प्रजेंटशन के साथ दिया गया जिसमें विभिन्न चित्र और सूचनाएँ थी। उन्होंने बताया कि ....  समाचार पढ़ें
रस्किन बॉन्ड को साहित्य अकादेमी की महत्तर  सदस्यता  अर्पित जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 12, 2024
साहित्य अकादेमी का सर्वोच्च सम्मान महत्तर  सदस्यता आज  अंग्रेजी के प्रख्यात लेखक और विद्वान रस्किन बॉन्ड को  प्रदान  किया गया । उनकी अस्वस्थता के कारण यह सम्मान उनके मसूरी स्थित घर पर  साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने प्रदान किया ....  समाचार पढ़ें
साहित्य अकादेमी ने सुरजीत पातर के निधन पर शोक व्यक्त किया जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 11, 2024
पंजाबी के प्रख्यात कवि, गद्यकार, अनुवादक और शिक्षाविद् सुरजीत पातर के  निधन पर साहित्य अकादेमी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका निधन  11 मई 2024 को  हो गया था । साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव द्वारा जारी शोक संदेश में कहा गया है कि अपने 79 वर्ष के जीवनकाल में उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से पंजाबी भाषा और ....  समाचार पढ़ें
विश्व का सबसे बड़ा साहित्योत्सव हुआ संपन्न , आइंस्टीन वर्ल्ड रिकार्डस ने विश्व कीर्तिमान का दिया प्रमाण-पत्र जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 18, 2024
16 मार्च 2024; साहित्य अकादेमी द्वारा विश्व के सबसे बड़े साहित्योत्सव के रूप में मनाए जा रहे साहित्योत्सव 2024 का आज समापन हुआ। छह दिवसीय इस समारोह का अंतिम दिन दिव्यांग लेखकों के नाम रहा। दिव्यांग लेखकों को राष्ट्रव्यापी मंच प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय दिव्यांग लेखक सम्मिलन का आयोजन ....  समाचार पढ़ें
साहित्य अकादेमी के साहित्योत्सव का पाँचवा दिन, लोकप्रिय चेतना में रामकथा विषय पर हुई चर्चा जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 16, 2024
साहित्य अकादेमी द्वारा मनाए जा रहे विश्व के सबसे बड़े साहित्योत्सव का आज पाँचवा दिन था। 35 सत्रों में विभाजित कार्यक्रमों में अनेक महत्त्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चाएँ आयोजित की गई जिनमें जानेमाने लेखकों एवं विद्वानों ने भाग लिया। लोकप्रिय चेतना में रामकथा विषय पर दो सत्र आयोजित किए गए ....  समाचार पढ़ें
साहित्योत्सव का चौथा दिन : राष्ट्रीय संगोष्ठी: स्वातंत्र्योत्तर भारतीय साहित्य का शुभारंभ जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 14, 2024
साहित्योत्सव के चौथे दिन तीस सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चाएँ और बहुभाषी कहानी और कविता पाठों का आयोजन किया गया। पुस्तकों से रील तक तथा रील से पुस्तकों तक: सिनेमा और साहित्य की अंतरक्रिया जैसे महत्त्वपूर्ण विषय पर प्रख्यात सिने समालोचक अरुण खोपकर की अध्यक्षता में अजित राय, अतुल तिवारी, मुर्तज़ा अली ....  समाचार पढ़ें
159वीं जयंती 9 मई पर विशेष: सब तज,हरि भज मसल के मर्म को ऐसे समझें गौरव अवस्थी ,  May 09, 2023
हिंदी के प्रथम आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की आज 159वीं जयंती है। यह उन्हें याद करने का दिन। यह उनके ध्येय वाक्य सब तज, हरि भज का मर्म समझने का भी। अधिकांश के लिए इस मसल का अर्थ सब काम धाम छोड़कर ईश्वर की उपासना ही है लेकिन आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के लिए इस मसल के माने सिर्फ माला फेरना ....  लेख पढ़ें
साहित्य अकादेमी का साहित्योत्सव 2021 संपन्न जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 14, 2021
साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित किए जा रहे 'साहित्योत्सव 2021' के अंतिम दिन अनुवाद पुरस्कार 2019 से पुरस्कृत अनुवादकों ने अपने रचनात्मक अनुभव साझा किए। इस अनुवाद सम्मिलन की अध्यक्षता ....  लेख पढ़ें
साहित्यकार भी, समाजसेवी भी और सबसे बढ़कर मां: महाश्वेता देवी जनता जनार्दन संवाददाता ,  Jan 14, 2019
आज महाश्वेता का जन्मदिन है. अगर वह जिंदा होतीं, तो 93 की होतीं. अपने नाम की ही तरह साफ, उजली और सफ्फ़ाक. उन्होंने ताउम्र लेखन व संघर्ष उनके लिए किया जो जूझ रहे थे अपनी पहचान के लिए. इसीलिए वह बड़ी साहित्यकार थीं. शिक्षक भी समाजसेवी भी. किसी एक खांचे में उन्हें अलग करना मुश्किल है. वह मां थी, एक दो की नहीं हजार चौरासी की मां... अनगिनत की मां. ....  लेख पढ़ें
वाजपेयी ने मौत की आंखों में झांककर लिखी थी कविताएं जनता जनार्दन डेस्क ,  Aug 17, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जितने राजनेता के रूप में सराहे गए उससे कहीं ज्यादा अपनी कविताओं के लिए चर्चित रहे। वाजपेयी ने कई दफे अभिव्यक्ति के लिए कविता को माध्यम बनाया। वर्ष 1988 में जब वह किडनी के इलाज के लिए अमेरिका गए तो प्रसिद्ध साहित्यकार धर्मवीर भारती को पत्र लिखा। ....  लेख पढ़ें
विश्व पुस्तक व कॉपीराइट दिवस विशेष:दुनिया को जोड़तीं हैं किताबें ब्लॉगर आकांक्षा सक्सेना ,  Apr 23, 2018
साथियों हमारे देश को विश्वगुरू इसलिए कहा जाता है कि हमारे देश की नींव प्रेम, सम्मान, ज्ञान और विज्ञान के प्रतीक महान वेदों, पुराणों, श्री रामायण,श्री भगवद्गीता, महाभारत, श्रीभागवत् महापुराण, कुरान,बाईविल, जेंद आवेस्ता वस्ता, गुरू ग्रंथ साहिब जैसे ज्ञान, वैराग्य, प्रेम, शांति और जीवन आनंद के कभी न खत्म होने वाले अनमोल खजानों से ....  लेख पढ़ें
'घर की औरतें और चांद': रेणु शाहनवाज़ हुसैन के काव्य संग्रह पर एक चर्चा विम्मी करण सूद ,  Nov 17, 2017
'जैसे' और 'पानी प्यार' के बाद रेणु शाहनवाज़ हुसैन का अगला काव्य संग्रह आने को तैयार है जिसका नाम है 'घर की औरतें और चांद' । हाल ही में रेणु ने 'द रायसन्स' में इस संग्रह में से कुछ कविताएं दोस्तों के बीच साझी कीं। चांद यूं तो प्यार, महबूब का प्रतीक है पर रेणु का चांद उस मरकरी की तरह है जो कल्पना के सांचे में ढलकर वही रूप अख्तियार कर लेता है जो घर की औरतें देखना चाहती हैं… ....  लेख पढ़ें
हमारे जीवनादर्श राम-कृष्ण काल्पनिक नहीं: समकालीन हिंदी लेखन व पौराणिक आख्यान, बहसः भाग-3 जनता जनार्दन संवाददाता ,  Jun 02, 2017
धर्म मनुष्यता का बोध है, वैश्विक चेतना का विस्तार है। जब कामायनी में मनु महाराज के अवतरण के बाद उन्हें जीवन का उद्देश्य बताया गया, तो प्रसाद लिखते हैं- औरों को हँसते देखो मनु, हंसो और सुख पाओ/ अपने सुख को विस्तृत कर लो, जग को सुखी बनाओ। वास्तव में यह कर्तव्य बोध ही धर्म है। पर आधुनिक विमर्श में मनु खलनायक बना दिए गए हैं और दुर्गा सप्तशती के महिषासुर वध को महिषासुर बलिदान बनाकर महिमामण्डित किया जाता है। ....  लेख पढ़ें
हिंदी में रामकथा लेखक, अंग्रेज़ी में सुपरस्टारः समकालीन हिंदी लेखन व पौराणिक आख्यान, बहसः भाग-2 जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 29, 2017
पिछली कड़ी में हमने हिंदी के युवा और बहुचर्चित आलोचक अनंत विजय के लेख 'हिंदी में मिथकों से परहेज क्यों?' का संदर्भ देते हुए व्हाट्सएप के लब्धप्रतिष्ठित 'साहित्य' समूह में चली का जिक्र किया था. इस समूह में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित विद्वतजनों का अच्छाखासा समूह सक्रिय है, जिनमें साहित्यकार, संपादक, पत्रकार, लेखक, प्राध्यापक, निर्देशक, समीक्षक सभी शामिल हैं. ....  लेख पढ़ें
समकालीन हिंदी लेखन व पौराणिक बनाम मिथ आख्यान, बहसः भाग-1 जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 22, 2017
साहित्य जगत में इन दिनों अमिष त्रिपाठी की किताब 'सीता, द वॉरियर ऑफ मिथिला', को लेकर उत्सुकता का माहौल है। सोशल मीडिया पर भी इस किताब को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लेखक अमिष त्रिपाठी के साथ घंटेभर की बातचीत इस किताब को केंद्र में रखकर की। दोनों की इस बातचीत को फेसबुक पर हजारों लोगों ने देखा। ....  लेख पढ़ें
हिंदी को तकनीक के असर से बचाने की पहल जनता जनार्दन डेस्क ,  Jan 04, 2017
बदलते दौर में आम आदमी की जिंदगी का हिस्सा बन गई है तकनीक. इससे जहां सुविधाएं पाना आसान हो रहा है तो वहीं भाषा भी इसके असर से बच नहीं पा रही है, इससे भाषा के हिमायती चिंतित हैं. उन्हें लगता है कि किताबों का दूर होना और तकनीक का हावी होना भाषा को कमजोर कर रहा है, लिहाजा भाषा (हिंदी) समृद्ध रहे, इसके लिए मध्यप्रदेश की राजधानी में एक पुस्तकालय शुरू किया गया है. ....  लेख पढ़ें
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